Monday, July 25, 2011

एक और फतवा

लघु कथा                                                           एक और फतवा

                                                                                                            पवित्रा अग्रवाल


 "फरजाना ,योगा को चलोगी ?'
 "क्यों नहीं।'
 "अरे कुछ दिन पहले ही तो टीवी पर आ रहा था कि योगा के खिलाफ भी फतवा जारी किया गया  है।' ।
 "हाँ किया है किन्तु साथ मे यह भी कहा है कि योगा के वर्जिश वाले भाग से उन्हें एतराज नहीं है पर  ओम या इसी तरह के श्लोकों पर उन्हें आपत्ति है।'
 "लेकिन योगा सेंन्टर में हम पर  कोई भी मंत्र या ओम बोलने को दबाव तो डालता नहीं है। जिसका  मन है बोलो, नहीं मन है तो मत बोलो ।न कोई हमें बुलाने आता हैं ।हमें उसमें फायदा नजर आता  है तो जाते हैं।साथ ही उसकी कोई फीस भी नहीं देनी पड़ती ।यह लोग तो बस ऐसे ही फतवे जारी  करते रहते हैं।'
 "हाँ तुम ठीक कह रही हो। कल को हो सकता है एक और फतवा जारी हो जाए कि जिन लोगों के  नाम भगवानों के नाम  पर हैं जैसे राम,श्याम, उमा ,पार्वती उन्हें नाम से भी मत पुकारो ।'
 "बिल्कुल हो सकता है ।'

  पवित्रा अग्रवाल   http://laghu-katha.blogspot.com/

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