इतना भारी
लघु कथा
इतना भारी
पवित्रा अग्रवाल
स्कूल जाते हुए बच्चे की नजर मम्मी द्वारा पढ़े जा रहे समाचार पत्र पर पड़ी । उसने उत्सुकता से उसमें छपे एक चित्र को देख कर अपनी मम्मी से पूछा -- "मम्मी यह हमारे गवर्नर का फोटो है न ?'
"हाँ '
"फोटो में ये इतने सारे लोग मिल कर गवर्नर अंकल को क्या दे रहे हैं ?'
"इन लोगों ने बाढ़ पीड़ितों के लिए एक लाख रुपया जमा किया है,उसी एक लाख रुपए का चैक गर्वनर को दे रहे हैं ।'
" मम्मी चैक बहुत भारी होता है क्या जो इतने लोगों को मिल कर उठाना पड़ रहा है ?'
--------
मोबाइल -- 09393385447
http://bal-kishore.blogspot.com/
http://laghu-katha.blogspot.com/
इतना भारी
पवित्रा अग्रवाल
स्कूल जाते हुए बच्चे की नजर मम्मी द्वारा पढ़े जा रहे समाचार पत्र पर पड़ी । उसने उत्सुकता से उसमें छपे एक चित्र को देख कर अपनी मम्मी से पूछा -- "मम्मी यह हमारे गवर्नर का फोटो है न ?'
"हाँ '
"फोटो में ये इतने सारे लोग मिल कर गवर्नर अंकल को क्या दे रहे हैं ?'
"इन लोगों ने बाढ़ पीड़ितों के लिए एक लाख रुपया जमा किया है,उसी एक लाख रुपए का चैक गर्वनर को दे रहे हैं ।'
" मम्मी चैक बहुत भारी होता है क्या जो इतने लोगों को मिल कर उठाना पड़ रहा है ?'
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Labels: लघु कथा
3 Comments:
sweet story...
thanks mahi.
Namastey. Mujhe b apni laghu katha upload krni h apke is blog par, aap bataoge kis tarah upload ki jati h kathaye?
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