कानून सब के लिए
लघु कथा
कानून सब के लिए
पवित्रा अग्रवाल
सिटी मेयर की गाड़ी का चालान हो गया क्यों कि रेड लाइट होने पर भी उनकी गाड़ी सिगनल पर नहीं रुकी थी।
चालान काटने पर उनका ड्राइवर अकड़ता हुआ बोला -- "तुम्हे चालान काटना बहुत मंहगा पड़ेगा , जानते हो यह किस की गाड़ी है ?'
"किसी की भी हो ,कानून सब के लिए एक है । अभी या बाद में तुम्हें सौ रुपए का जुर्माना तो भरना ही पड़ेगा।'
पीछे बैठे आदमी ने ड्राइवर को डाँटते हुए कहा --"ड्राइवर क्या बात है...एक तो तुमने रूल तोड़ा है ऊपर से मेरा नाम लेकर उसे धमका रहे हो ...तुम्ही लोग हमें बदनाम करते हो ...यह सौ रुपय अपनी जेब से तुम दो और आगे से इस तरह की गलती नहीं होनी चाहिये ।'
---पवित्रा अग्रवाल
कानून सब के लिए
पवित्रा अग्रवाल
सिटी मेयर की गाड़ी का चालान हो गया क्यों कि रेड लाइट होने पर भी उनकी गाड़ी सिगनल पर नहीं रुकी थी।
चालान काटने पर उनका ड्राइवर अकड़ता हुआ बोला -- "तुम्हे चालान काटना बहुत मंहगा पड़ेगा , जानते हो यह किस की गाड़ी है ?'
"किसी की भी हो ,कानून सब के लिए एक है । अभी या बाद में तुम्हें सौ रुपए का जुर्माना तो भरना ही पड़ेगा।'
पीछे बैठे आदमी ने ड्राइवर को डाँटते हुए कहा --"ड्राइवर क्या बात है...एक तो तुमने रूल तोड़ा है ऊपर से मेरा नाम लेकर उसे धमका रहे हो ...तुम्ही लोग हमें बदनाम करते हो ...यह सौ रुपय अपनी जेब से तुम दो और आगे से इस तरह की गलती नहीं होनी चाहिये ।'
---पवित्रा अग्रवाल
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