लगाम जरुरी
लघु कथा
लगाम जरुरी
"अरे यार सुना है साहब बहुत सख्त हैं '
"हाँ सो तो हैं,दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलते देख कर संबंधित व्यक्ति की एक दिन की तन्खा काटने के आदेश दे दिया था ।'
"हाँ यार मैं ने भी अखबार में पढ़ा था ,ऐसा शायद पहली बार हुआ है।वैसे कड़ाई करनी भी चाहिए ।एक तरफ तो प्रदेश में लाइट की शार्टेज का रोना रोया जाता है दूसरी तरफ शहर के बहुत से भागों में दिन में भी स्ट्रीट लाइट जलती रहती हैं ।...पर हमारे एरिये में तो रात को भी सात आठ दिन से स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही हैं।बहुत अंधेरा रहता है ।'
"कम्पलेन्ट लिखाई ।'
"इलैक्ट्रेसिटी डिपार्टमेन्ट को शिकायत की तो बोले एम सी एच वालों को कम्प्लेन्ट लिखाओ पर वहाँ कोई फोन उठाता नहीं है ।'
"अधिकारी को ई मेल कर दो,जब इस बात पर भी तन्खा कटेगी तब शायद जिम्मेदारी का कुछ एहसास हो ।कभी कभी लगाम कसनी जरूरी होती है ।'
-- agarwalpavitra78@gmail.com
-पवित्रा अग्रवाल
http://Kahani-Pavitra.blogspot.com/
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