मेरे लघु कथा संग्रह 'आँगन से राजपथ ' से एक लघु कथा
लघु कथा
बवाल क्यों
पवित्रा अग्रवाल
टी वी पर गेर - शिल्पा चुम्बन विवाद छाया हुआ था।
परिचर्चा में भाग लेते हुए अमर जी ने कहा -"चुम्बन में ऐसा क्या हो गया जो भारतीय संस्कृति के नाम पर इतना बवेला मचा हुआ है ।खुजराहो में भी इस तरह के चित्र हैं ।'
विमला जी ने आपत्ति की--"महाशय जी आप का तर्क गलत है, आपने खुजराहो की जगह इसकी तुलना फिल्मों से की होती तो आप की बात से सहमत हुआ जा सकता था क्यों कि फिल्मों में इस से कहीं ज्यादा बोल्ड सीन दिये जा रहे हैं ।'
दूसरे व्यक्ति ने कहा --"हाँ विमला जी ठीक कह रही हैं वैसे भी खुजराहों एक जगह स्थित है उसकी तुलना आप पब्लिक प्लेस पर किये गए कामों से कैसे कर सकते हैं ?...फिर तो चुंबन की जगह कुछ और हुआ होता तो वह भी आपको गलत नहीं लगता क्यों कि वह सब भी खुजराहों की मूर्तियों में उकेरा गया है।'
ईमेल -- agarwalpavitra78@gmail.com
मेरे ब्लोग्स
http://Kahani-Pavitra.blogspot
http://bal-kishore.blogspot.
Labels: लघु कथा
0 Comments:
Post a Comment
Subscribe to Post Comments [Atom]
<< Home